हरिया हरक्यूलीज की हैरानी उपन्यास में मनोहर श्याम जोशी की संवदेनात्मक दृष्टि
हिन्दी के क्षेत्र में जिस उत्तर आधुनिकता के कारण मनोहर भयाम जोशी को विशेष रूप से याद किया जाता है इसका श्रेय उनके उपन्यास 'हरिया हरक्यूलीज की हैरानी' को जाता है। उपन्यास में जोशी जी की संवेदना में विविधता है। मानव मन के विभिन्न मार्मिक पहलुओं को पात्रों के माध्यम से अभिव्यक्त किया है। व्यक्ति विशेष से लेकर समाज की संवेदनात्मक दृष्टि को पाठकों के समक्ष रखा है।